वृक्षारोपण की आड़ में घोटाला, कहा गए 4.5 करोड़ वृक्ष ?

Asarsaar News Desk
उत्तर प्रदेश | सामाजिक कार्यकर्त्ता संजय दीक्षित ने जुलाई, 2008 उत्तर प्रदेश के बुन्देलखंड के सात जिलों में मनरेगा द्वारा किये गए वृहत  विशेष वृक्षारोपण कार्यक्रम के तहत 4.5 करोड़ पौधों के वृक्षारोपण में गड़बड़ी की शंका जाहिर करते हुए घोटालें का आरोप लगाया है | 
संजय दीक्षित द्वारा 2012 में  सूचना के अधिकार के अंतर्गत जानकारी मांगने पर वन विभाग के द्वारा उपलब्ध करायें गए विवरण में 7882 हेक्टेयर में 8458832 रोपित वृक्षों की संख्या बताई गयी तथा जीवित वृक्षों की संख्या 5836442 एवं सफलता प्रतिशत 59% बताया गया |

बुन्देलखंड में 10 करोड़ वृक्षारोपण की थी विशेष योजना  योजना 


उत्तर प्रदेश सरकार ने वर्ष 2008 में बुंदेलखंड क्षेत्र में 10 करोड़ पौधों की रोपण की विशेष योजना बनाई थी जिसके तहत वन विभाग को 4.5 करोड़ पौधों का रोपण करना था। 1 जुलाई  2008 को इस संबंध में मुख्य सचिव द्वारा बुंदेलखंड के समस्त जनपदों के अधिकारी एवं उन विभागों के प्रमुख सचिव एवं अधिकारियों को सूचित किया गया जिनके द्वारा यह रोपण कराया जाना था। वन विभाग की 17 -8 -2008 तक की रिपोर्ट के अनुसार विभाग में बुंदेलखंड के समस्त 7 जनपद में 4.52 करोड़  वृक्षारोपण कर दिया था अर्थात लक्ष्य से भी अधिक वृक्षारोपण किया।

भ्रमण करने पर 1000 -500 भी जीवित वृक्ष नहीं 

वन विभाग के द्वारा उपलब्ध कराए गए आकड़ों के बाद जब उन्होंने उरई रेंज, कंदौरा रेंज और कालपी रेंज का भ्रमण किया | जिसमें  उरई रेंज में बोहदपुरा वृक्षारोपण स्थल था जहां 300 हेक्टेयर में 293000 वृक्ष लगाने का दावा किया था 2008 में वन विभाग ने तथा 2012 में 205100  वृक्ष को जीवित दर्शाया है। इस जंगल में 1000 भी जीवित वृक्ष नहीं है जिनकी उम्र 10 साल के करीब हो।
दूसरा जंगल कदौरा रेंज में बरही/तिरही का मैने भ्रमण किया जहां वन विभाव ने 2008 में 75 हेक्टेयर में 82500 पौध लगाने की बात दर्शाई थी तथा 2012 में 56100 वृक्ष जीवित बताए है। इस पूरे जंगल में 500 वृक्ष भी मौजूद नही है जो 10 साल पुराने हो।

45 दिनों में 4.5 पौधों का वृक्षारोपण 

कालपी रेंज के काशीरामपुर जंगल में वन विभाग ने 2008 में 33000 पौध लगाने की बात कही है और 2012 मे 22605 वृक्ष जीवित दर्शाए है । पूरे जंगल में भ्रमण के दौरान उन्हें 500 वृक्ष भी नही मौजूद मिलें ।
1 जुलाई 2008 को मुख्य सचिव द्वारा वन विभाग को 4.5 करोड़ पौधरोपण करने का लक्ष्य दिया गया था जिसके सापेक्ष 17 अगस्त 2008 को वन विभाग ने जो रिपोर्ट प्रेषित की है उसके अनुसार बांदा जिले में 5.59 लाख, हमीरपुर जिले में 77 लाख , महोबा जिले में 34 लाख, चित्रकूट जिले में 77 लाख , जालौन जिले में 71.50 लाख , झांसी जिले में 71.50 लाख,   ललितपुर जिले 115 लाख  पौधे लगाए जा चुके थे। 

घोटालें का आरोप लगाते हुए जांच की मांग 

संजय दीक्षित ने कहा आरोप लगाया है कि पूर्व में सपा एवम बसपा सरकार के कार्यकाल में सरकारी कागजों  के अनुसार जो 100 करोड़ वृक्ष लगाकर कीर्तिमान स्थापित किये गए थे वो वृक्ष भी ग़ायब हो गए है।यह वन विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा किया गया एक बड़ा घोटाला है।
इस सन्दर्भ में उनके द्वारा  जिम्मेदार अधिकारियों व माननीय मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश को पत्र लिखा गया है व ये आग्रह किया गया है कि  पूरे बुंदेलखंड के पौधों का भौतिक सत्यापन मानसून से पहले और घोटाले के दोषी अधिकारी पर मुकदमा ,धन वसूली और आय से अधिक की जांच की कार्यवाही सुनिश्चित की जाए। 

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