उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री ने किया पेंशन न लेने की घोषणा

उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री ने किया पेंशन न लेने की घोषणा
महमूदाबाद, सीतापुर। उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री व महमूदाबाद विधानसभा से समाजवादी पार्टी के विधायक नरेंद्र वर्मा प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर सरकारी कर्मचारियों की पेंशन को पुनः चालू करने की मांग की। 
आपको बता दें कि नरेन्द्र वर्मा महमूदाबाद  विधानसभा से समाजवादी पार्टी से लगातार तीन बार विधायक बनें है। इससे पहले 1991 व 1993 में भारतीय जनता पार्टी से 2 बार विधायक चुने जा चुके है। अखिलेश यादव की सरकार में मंत्री भी बने थे।

सरकारी कर्मचारियों की पेंशन बन्द तो जनप्रतिनिधि और न्यायमूर्तियों को लाभ क्यों?

उन्होंने पत्र में लिखा कि वर्ष 2004 से सरकारी कर्मचारियों की पेंशन व्यवस्था बन्द है ऐसे में राष्ट्रपति, राज्यपाल, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, मंत्री, सांसद व विधायक पेंशन के अधिकारी कैसे  हो सकते है। कर्मचारी इसको लेकर जब जन प्रतिनिधियों से जवाब मांगते है तो हमारे पास इसका उत्तर नहीं होता है।
पत्र के माध्यम से उन्होंने प्रधानमंत्री से निवेदन किया कि या तो सरकारी कर्मचारियों की पेंशन व्यवस्था बहाल करने का क्रांतिकारी फैसला ले अन्यथा जनप्रतिनिधियों व न्यायमूर्तियों को नयी पेंशन व्यवस्था के दायरे में लाएं।

पेंशन के लाभ से किया त्याग की घोषणा

इसके साथ ही उन्होंने घोषणा की विधायक व उनके द्वारा धारण किये गए किसी भी संवैधानिक पद जिससे उन्हें पेंशन प्राप्त होती है वह उसका त्याग करते है। उनके सेवानिवृत्त के पश्चात उन्हें किसी प्रकार की पेंशन का भुगतान न किया जाये।

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