Asarsaar News Desk
रिपोर्ट : दिलीप कुमार मिश्रा।
फतेहपुर, बाराबंकी। पूर्व विधायक एवं 2014 में बाराबंकी से सपा की लोकसभा प्रत्याशी रही राजरानी रावत बुधवार को भाजपा में शामिल हो गई। सपा की लोकसभा उम्मीदवार रहीं राजरानी रावत ने साइकिल छोड़ कमल का दामन थाम लिया। प्रदेश उपाध्यक्ष जे.पी.एस. राठौर ने पार्टी की सदस्यता ग्रहण कराई।
भाजपा से सन 2002 से लेकर 2007 तक कुर्सी विधानसभा से विधायक रहीं राजरानी रावत कुछ नाराजगी वश बीजेपी को छोड़ समाजवादी पार्टी में शामिल हुई थी। उनको 2014 में समाजवादी पार्टी से लोकसभा प्रत्याशी भी बनाया गया जहां वह चुनाव हार गई थी। आज राजरानी रावत ने पुनः भाजपा में घर वापसी की है। भाजपा प्रदेश कार्यालय मैं प्रदेश उपाध्यक्ष की उपस्थिति में उनको पार्टी की सदस्यता दिलाई गईं। बताते चलें कि राजरानी रावत सन 2002 में भारतीय जनता पार्टी से विधायक रहीं हैं। 2007 में बसपा की मीता गौतम के हाथों उन्हें पराजय झेलनी पड़ी थी। लेकिन 2012 के विधानसभा के चुनाव में टिकट न मिलने से नाराज राजरानी रावत ने भाजपा छोड़ सपा का दामन थामा। 2014 के लोकसभा चुनाव में बाराबंकी से सपा के प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ा किन्तु मोदी लहर के चलते भाजपा प्रत्याशी प्रियंका रावत के हाथों पराजय का सामना करना पड़ा था। बुधवार को एक बार फिर अपने हजारों समर्थकों के साथ भाजपा में घर वापसी की। ज्ञात हो कि राजरानी रावत ने ब्लॉक प्रमुख के रूप में अपनी राजनैतिक पारी की शुरुवात की थी। कुर्सी विधानसभा में राजरानी काफी लोकप्रिय हैं और इस क्षेत्र का एक बड़ा वोट बैंक उनके पक्ष में हैं। राजरानी रावत के भाजपा में आने से एक ओर भाजपा को फायदा पहुँचा है तो दूसरी ओर सपा सहित कांग्रेस की मुश्किलें और बढ़ती नजर आरही हैं।
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